UPI Payment Charges: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) की समीक्षा कर रहा है और UPI के जरिए किए गए पेमेंट पर अब शुल्क लग सकता है। इसी के चलते अब वित्त मंत्रालय ने राहत भरी जानकारी दी है। मंत्रालय ने कहा कि सरकार UPI पेमेंट सर्विस (UPI Payment Service) पर कोई चार्ज लगाने पर विचार नहीं कर रही है।
आपको बता दें कि UPI एक रियल टाइम पेमेंट सिस्टम है जो एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में तुरंत पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा देता है। इस UPI में एक खास बात यह है कि आप UPI के जरिए रात हो या दिन कभी भी पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
UPI Payment Charges पर आया बड़ा फैसला
वित्त मंत्रालय ने ट्वीट किया है कि UPI एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो जनता के लिए बेहद सुविधाजनक है और अर्थव्यवस्था में इसका बड़ा योगदान है। UPI भुगतान सेवा (UPI Payment Service) के लिए किसी शुल्क पर विचार नहीं किया जा रहा है।

आज के समय में ज्यादातर लोग डिजिटल तरीके से पेमेंट करना काफी आसान समझते हैं इसी के चलते आज के समय में यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) का इस्तेमाल करोड़ों की संख्या में हर दिन हो रहा है। यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) के आंकड़े अन्य देशों की तुलना में काफी अधिक है यूपीआई पेमेंट के जरिए कुल 10 लाख करोड़ रुपए तक की रकम का लेनदेन किया गया है।
UPI System कैसे काम करता है ?
UPI सुविधा का उपयोग करना काफी आसान है। इसके लिए आपको अपने मोबाइल में कोई भी UPI ऐप जैसे Paytm, PhonePe, Google Pay, BHIM आदि डाउनलोड करना होगा। आप अपने बैंक खाते को UPI ऐप से लिंक करके इस सिस्टम का इस्तेमाल कर सकते हैं। UPI के जरिए आप एक बैंक अकाउंट को कई UPI ऐप्स से लिंक कर सकते हैं। वहीं एक UPI ऐप के जरिए कई बैंक अकाउंट ऑपरेट किए जा सकते हैं।
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UPI payment charges Update: UPI Transaction पर लगेगा Charge?
वित्त मंत्रालय ने ट्वीट (Finance Ministry tweeted) कर कहा कि UPI payment service पर किसी भी शुल्क पर विचार नहीं किया जा रहा है। सरकार ने digital payment ecosystem के लिए financial support जारी रखने का फैसला किया है। पिछले साल सरकार ने digital payment system से MDR charges के नुकसान के लिए 1500 करोड़ रुपये की घोषणा की थी।
सरकार ने 1 जनवरी, 2020 को RuPay debit card और UPI charge-free कर दिया था। ऐसे में हर transaction पर MDR charge का नुकसान होता था। इसकी भरपाई के लिए ही आर्थिक मदद की जा रही है। आपको बता दें कि UPI service online transaction का सबसे आसान और लोकप्रिय माध्यम बन गया है। NPCI के आंकड़ों के मुताबिक जुलाई में UPI की मदद से 600 करोड़ का UPI Transaction किया गया। इन transaction की मदद से 10.2 लाख करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन पूरा हुआ। मासिक आधार पर सैकड़ों करोड़ रुपये के लेन-देन से होने वाले MDR charge loss का अनुमान लगाया जा सकता है।
ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी के आंकड़े बढे
जैसे जैसे ये Online Payment को बढ़ावा मिल रहा है वैसे कई साइबर अपराध भी बढ़ते नजर आ रहे हैं। गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्तीय धोखाधड़ी कुल साइबर अपराध का 67.9 प्रतिशत है। डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी एक अन्य प्रकार की वित्तीय चोरी है जो इस समय काफी तेजी से बढ़ रही है।
2022 की पहली तिमाही में 24,270 इसी तरह की धोखाधड़ी की खोज की गई, जो दूसरी तिमाही में बढ़कर 26,793 हो गई। इन दिनों इंटरनेट बैंकिंग शिकायतों की संख्या में कमी आई है। 2022 की पहली तिमाही में कुल 20,443 इंटरनेट बैंकिंग शिकायतें दर्ज की गईं जो दूसरी तिमाही में घटकर 19,267 हो गई हैं।
आपको बता दें कि UPI Payment लगातार बढ़ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, UPI पेमेंट मई 2022 में 10 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया था और अब यह रकम बढ़कर 12.11 लाख करोड़ हो गई है। UPI का उपयोग करना इन लेन-देन में सबसे आसान तरीकों में से एक है। अब इस ऑनलाइन पेमेंट की मदद से लोगों को कैश रखने की जरुरत नहीं है।
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