Free Solar Panel Install: जल-जीवन-हरियाली मिशन ( Jal-Jeevan-Hariyali Mission) के मिशन निदेशक राहुल कुमार ने कहा कि बिहार में वन विभाग के सहयोग से दस करोड़ से अधिक पौधे रोपे जा चुके हैं. वर्ष 2030 तक कार्बन उत्सर्जन पर नियंत्रण तथा वर्ष 2070 तक कार्बन उत्सर्जन को शून्य करने का लक्ष्य है।
बिहार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि सौर ऊर्जा के विकास के लिए जल संसाधन और शिक्षा विभाग के साथ मिलकर काम करेंगे. दोनों ही विभागों के पास पर्याप्त संसाधन हैं, जिनके जरिए सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा सकता है। विद्युत भवन में जल-जीवन-हरियाली मिशन की बैठक में उन्होंने कहा कि हमें स्कूलों के भवनों पर Solar Power Plant लगाने चाहिए, ताकि उनकी बिजली की जरूरत सौर ऊर्जा से ही पूरी हो सके. इसी तरह जल संसाधन के तहत पोखरों में तैरते सोलर प्लांट लगाए जा सकते हैं। इस बैठक में 15 विभागों ने हिस्सा लिया.

सरकारी दफ्तरों में Solar Power
बैठक में ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कजरा और पीरपैंती में 450 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजनाएं लागू की जा रही हैं. कजरा में हम दिन में पैदा होने वाली सौर ऊर्जा का 25 प्रतिशत रात के लिए बैटरियों के जरिए स्टोर कर सकेंगे।
शिक्षकों के लिए अच्छी खबर – 62 से 65 वर्ष हो सकती है Retirement की उम्र!
SBI ATM Business Idea: SBI ATM लगवाये- घर बैठे 70,000 रुपये महीने कमाए
राज्य के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों (राजगीर, गया, बोधगया) सहित पटना के सरकारी कार्यालयों की 24 घंटे बिजली की मांग को पूरा करने के लिए लगभग 210 मेगावाट बिजली की आवश्यकता को सौर ऊर्जा से पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं. संभवत: इसकी शुरुआत भी 2024 से होगी।
कार्य प्रगति पर है
रोहतास के दुर्गावती बांध में 30 मेगावाट और फुलवरिया बांध में 20 मेगावाट सौर ऊर्जा के उत्पादन का काम चल रहा है। सुपौल और दरभंगा में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट के जरिए हमने बिजली उत्पादन के साथ-साथ वितरण का काम भी शुरू किया है। उन्होंने कहा कि बिहार जल्द ही केंद्रीय ऊर्जा विभाग द्वारा अक्षय ऊर्जा संपन्न राज्यों की श्रेणी में अपना नाम दर्ज कराएगा।
10th Paas Govt Jobs 2023: 10वीं पास के लिए सरकारी नौकरी, तुरंत करें आवेदन [Link]
8th Pass Business Loan: 8वीं पास युवाओं के लिए 50 लाख का लोन
डेडिकेटेड एग्रीकल्चर फीडर को सोलराइज करने की योजना
दक्षिण बिहार विद्युत आपूर्ति कंपनी ब्रेडा सह एमडी के निदेशक महेंद्र कुमार ने कहा कि प्रदेश की भौगोलिक संरचना के कारण यहां अक्षय ऊर्जा की अपार संभावनाएं हैं. Har Ghar Bijli Yojana के तहत राज्य के दूर-दराज के क्षेत्रों जैसे कैमूर के अधौरा या गंगा नदी के कोसी और दियारा क्षेत्र में 40 हजार घरों को सौर ऊर्जा से ही बिजली पहुंचाई गई है. इसके लिए करीब 376 मिनी ग्रिड और 1276 स्टैंड अलोन सिस्टम लगाए गए हैं।
TATA Capital Personal Loan: घर बैठे बिना ग्रान्टर तुरंत पाएं पर्सनल लोन ₹40,000 – ₹35 लाख
SBI e-Mudra Loan Interest Rate: मिलेगा ज्यादा पैसा, 5 मिनट में करे अप्लाई
उन्होंने कहा कि Grid Connected Rooftop Component के तहत अब तक कुल 2500 सरकारी भवनों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जा चुके हैं और 8000 अन्य भवनों पर अभी तक स्थापित किया जाना है। निजी भवनों पर भी solar power plants लगाने का काम चल रहा है।
इसके लिए राज्य सरकार अनुदान भी दे रही है। रूफटॉप योजना से वर्तमान में 20 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। पंचायतों में तीन साल में 15 लाख सोलर लाइटें लगाई जानी हैं। डेडिकेटेड एग्रीकल्चर फीडर को सोलराइज करने की भी योजना है।